मै एक सधारण परिवार से आता हूँ. पांच वर्षों से पत्रकारिता सीख और कर रहा हूँ...बहूत कुछ कहना और सुनना चाहता हूँ... रांची से स्कूलिंग फिर कोलकाता से मॉस कम्युनिकेशन मे स्नातक और कोलकाता फिल्म और टेलिविज़न इंस्टिट्यूट से डिप्लोमा के बाद फिलहाल एक निजी चैनल से जुडा हुआ हूँ.
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3 comments:
jitne sundar chitra ..utni hi man bhawan panktiyaan !
तन के साथ साथ मन भी गिला हुआ
जब जब तुम्हारी याद आई
लाजवाब पंक्तियाँ...बेजोड़ अभिव्यक्ति...वाह...
नीरज
तन के साथ साथ मन भी गिला हुआ
जब जब तुम्हारी याद आई
...इन पंक्तियों के साथ चित्र बेहद अच्छा लग रहा है. वाह!
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